सोमवार, 29 जून 2009

तन्हाइयों में मुस्कुराना इश्क है.....

तन्हाइयों में मुस्कुराना इश्क है,
एक बात को सब से छुपाना इश्क है,
यूँ तो नींद नही आती हमें रात भर,
मगर सोते सोते जागना और
जागते जागते सोना इश्क है।

दिलों से खेलने का हुनर हमें नहीं

दिलों से खेलने का हुनर हमें नहीं,
आता इसीलिए इश्क की बाज़ी हम,
गए मेरी ज़िन्दगी से शायद उन्हें बहुत,
प्यार था इसीलिए मुझे जिंदा ही मार

जब कोई ख्याल दिल से टकराता है

जब कोई ख्याल दिल से टकराता है ॥
दिल ना चाह कर भी, खामोश रह जाता है ॥
कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है॥
कोई कुछ ना कहकर भी, सब बोल जाता है ॥