ज़िंदगी के छोर पर जो तुम मिल गए किसी मोड़ पर
बात करोगे नज़रंदाज़ करोगे या देखते रहोगे देखकर
चाहे जो मन करे वो तुम करना ये छोड़ा है तुम पर
मिल जाएँ जो राह पर शायद तुम कुछ देर रुकोगे
चौंक जाओगे या कुछ ठिठकोगे अनायास देख कर
शायद तुम नज़रें फेरोगे लेकिन ज़रा सोचना मुझे देखकर
क्या तुम कुछ ऐसा करोगे या तुमको कुछ याद आयेगा
कुछ सोचकर चिंता छा जायेगी तुम्हारे ललाट पर
करीब आकर आँखें डाल कर देखोगे तुम मेरे चेहरे पर
धीरे से तुम हाथ बढ़ा कर रख दोगे अपना हाथ मेरे हाथ पर
शायद तुम उदास होगे या कुछ मुस्कुराओगे थोड़ा रुक कर
इनमें से ऐसा ही कुछ करोगे यकीं है मुझे पूरा तुम पर
उम्मीद है शायद तुम कुछ और करोगे यूँ अचानक मुझे देख कर
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