बुधवार, 14 जुलाई 2021

कितने चले गए

इतने लोगों की भीड़ में जाने कितने चले गए

छोड़ कर गए सो गए दिल भी हमारा तोड़ गए

जाने वाला चला जाता है

लेकिन दूसरे लोगों के रास्ते बंद कर जाता है

जाते जाते विश्वास भी ले जाता हैं और

खत्म कर जाता हैं वो उम्मीदें जो कभी

हम ने उनसे लगाई थी और

अब दुख नहीं होता किसी के जाने का

हर जाने वाले को देख कर सुकून मिलता है कि

चलो अच्छा है चला गया,

एक दिन तो इसे भी जाना ही था

हर बार बस धोखा देने और दिल तोड़ने का

तरीका बदल जाता है

लेकिन हमें भी भगवान ने ऐसा बनाया है कि

ख़ुद ही ख़ुद के टुकड़े जोड़ कर

नये सिरे से नये रूप में दिल जोड़कर खड़े हो जाते हैं

कि आओ अभी हमने हिम्मत नहीं हारी है

और बताओ अब किसकी बारी है.

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