Khoobsurat alfaazon ka safar.....
तड़प बेहिसाब, तन्हाई बेहिसाब
मिलन की प्यास भी है बेहिसाब
क्या करे बेचैन दिल है मेरा यूँ
तड़प मिटती नहीं तेरी यादों से
किसी शाम सोचूँ तुझे और तू आ जाए
आँखें बंद करूँ तो दीदार तेरा हो जाए
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