Khoobsurat alfaazon ka safar.....
मैंने तो यह देखा है
कि मैं जब भी मुस्कुरायी हूँ
मेरा दिल अक्सर रोया है
दुनिया के जागरण में,
सारी उम्र बैठ कर भी
चुपचाप अकेला सोया है
नहीं जानती
सुप्त अवस्था का सच,
सच है या जागने का सच,
इतना कुछ काटने के बाद भी
बहुत कुछ बोया है!!
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