सस्ते लोगों पर भरोसा करना बहुत महंगा पड़ रहा है
हर बार सिर्फ़ ऐसे ही लोगों से क्यों पाला पड़ रहा है
धोखेबाज़ों की कमी नहीं, मिल जायेंगे बीच बाज़ार
हर तरफ़ घूम रहें खूब, होगा बचना हमें इनसे हर बार
कोई जल्दबाज़ी ना करना, अपना विश्वास जमाने में
धोखेबाज़ी के सिवाय कोई दूसरा ग़म नहीं ज़माने में
दिल को थाम लेना अपने कस, यूँ ही ना दे देना इसे
हाथ पकड़ना सिर्फ़ उसी का, जो समझे दिल ओ तुम्हें
ये दुनिया है हर पल रंग बदलती है, सीख रहे हम भी
बहुत दिल टूटा हमारा, अब तुम बच कर रहना सभी
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