Khoobsurat alfaazon ka safar.....
गुलाबों सी कोमलता सिर्फ़ मोहब्बत में ही हो सकती है
प्यार से रखो तो सुर्ख नर्म और मुलायम एहसास देता है
कदमों तले रौंद दोगे तो हाथ नहीं कुछ पाओगे
ग़ुलाब संग काटों से भी बेइंतिहा ज़ख़्म पाओगे
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