Khoobsurat alfaazon ka safar.....
प्रेम में राधा हो जाऊँ
प्रेम में मीरा हो जाऊँ,
रुक्मिणी तो बन गयी
कभी प्रेयसी ना बन सकी,
हृदय यही चाहे कि बस
तेरी प्रेयसी बन जाऊँ
तू बस मेरा हो जाए
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